बोलता सच : कुशीनगर के कोटवा गांव में रविवार सुबह एक 18 वर्षीय युवक बलवंत पुत्र पारस का शव पेड़ से लटकता मिला। मामले में नेबुआ नौरंगिया पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। जब मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को खुद उतारने की बजाय उसके परिजनों से उतरवाया और खुद वीडियो बनाती रही।
क्या है मामला
रविवार सुबह ग्रामीणों ने बलवंत का शव पेड़ से लटकता देखा और तुरंत परिजनों व पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष दीपक सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने शव का फंदा नहीं काटा, मृतक के परिजनों से शव उतरवाया। इस दौरान कई पुलिसकर्मी मोबाइल से वीडियो बनाते रहे। वीडियो में देखा गया कि मृतक की बहन खुद कंधा लगाकर अपने भाई की लाश को उतारने में मदद कर रही थी। थानाध्यक्ष दीपक सिंह ने कहा कि परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी थी। हमने शव का वीडियो इसलिए बनवाया। ताकि जांच में सहयोग मिल सके। लोग वीडियो बनाते हैं, तो हम भी अपने रिकॉर्ड के लिए बनवाते हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार बलवंत का गांव के ही एक टोले की किशोरी से प्रेम संबंध था। वह उससे विवाह करना चाहता था। परिजनों ने पेड़ बेचकर 5000 रुपए भी दिए थे, ताकि वह लड़की को साथ लेकर मंदिर विवाह कर सके। लेकिन जब किशोरी ने जाने से इनकार कर दिया, तो आहत होकर बलवंत ने यह आत्मघाती कदम उठाया।