बोलता सच उत्तर प्रदेश: कानपुर देहात में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। एक नेता ने अपनी पत्नी को 2 नौकरी दिला दी। प्राइमरी स्कूल में शिक्षिका तो एक महिला महाविद्यालय में प्राचार्या। मामला सामने आने के बाद पुलिस भी हैरान रह गई। जांच-पड़ताल शुरू हुई और आखिरकार उरई के पूर्व विहिप जिलाध्यक्ष भास्कर अवस्थी को अकबरपुर कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को जेल भेज दिया है। सोमवार को कानपुर देहात के सीओ डेरापुर की टीम उन्हें उरई से पूछताछ के लिए लाई थी।
इस मामले की विवेचना सीओ डेरापुर राजीव सिरोही को सौंपी गई थी। सोमवार को सीओ की टीम भास्कर अवस्थी को पूछताछ के लिए लाई थी। देर रात तक अकबरपुर कोतवाली में पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार दोपहर कोर्ट में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। एसपी अरविंद मिश्र ने कहा कि दर्ज मुकदमे की विवेचना के आधार पर भास्कर को जेल भेजा गया है। वहीं सरला द्विवेदी कालेज के प्रबंधक अनिल शुक्ल ने बताया कि भास्कर अवस्थी कभी उनके कालेज में नियुक्त नहीं रहे। उनकी पत्नी ने काफी पहले साक्षात्कार दिया था। हालांकि उन्होंने कभी यहां सेवा नहीं दी। भास्कर अवस्थी को रंजिशन फंसाया गया है।
जालौन के सिरसाकलार थाना क्षेत्र के दहेल खंड गांव निवासी संजय राठौर ने सात सितंबर 2024 को एडीजी एसटीएफ को प्रार्थना पत्र दिया था। इसके आधार पर अकबरपुर कोतवाली में 15 नवंबर 2024 को आंबेडकर चौराहा उरई के रहने वाले भास्कर अवस्थी और उनकी पत्नी साधना अवस्थी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। आरोप था कि पत्नी साधना को कानपुर देहात के सरला द्विवेदी महाविद्यालय में प्राचार्य और खुद को प्रोफेसर पद पर गलत तरीके से नियुक्त करा लिया था। भास्कर उस महाविद्यालय में कभी नौकरी करने नहीं गए। वहीं साधना जालौन में प्राथमिक शिक्षक के पद पर भी कार्यरत हैं।
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