मध्य प्रदेश के ग्वालियर में नगर निगम की जनसुनवाई उस वक्त चर्चा में आ गई जब एक किसान दंडवत करते हुए वहां पहुंचा। यह विरोध था अपने खेत में सालों से भरे सीवर के पानी को लेकर – जिससे ना सिर्फ ज़मीन बर्बाद हो रही है, बल्कि आजीविका पर भी संकट मंडरा रहा है।
कौन हैं ये किसान?
किसान का नाम है लोकप्रिय तोमर, जो ग्वालियर के हजीरा इलाके में रहते हैं। उनका खेत ग्राम मऊ, वार्ड-63 में है, जो ISBT स्मार्ट सिटी बस टर्मिनल के पास स्थित है।
पिछले 5 वर्षों से उनके खेतों में सीवर का गंदा पानी भर रहा है, जिससे फसलें खराब हो रही हैं। नगर निगम से कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई हल नहीं निकला।
विरोध का तरीका भी अनोखा, दर्द भी गहरा
निराश होकर लोकप्रिय तोमर ने नगर निगम की जनसुनवाई में दंडवत करते हुए प्रवेश किया, ताकि प्रशासन उनकी बात सुने।
वहां निगम अधिकारियों से बहस भी हुई, लेकिन समस्या जस की तस बनी रही।
किसान ने कहा:
“ये मेरी आखिरी उम्मीद है। अगर अब भी समाधान नहीं हुआ, तो मैं आत्मदाह जैसा कदम उठाने पर मजबूर हो जाऊंगा।”
प्रशासन की प्रतिक्रिया
प्रदर्शन के बाद नगर निगम कमिश्नर ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि वे तुरंत मौके पर जाकर समस्या का समाधान करें।
यह सिर्फ एक किसान की लड़ाई नहीं…
लोकप्रिय तोमर की यह कहानी हजारों किसानों की आवाज़ है, जो वर्षों से अपनी समस्याओं को लेकर सिस्टम के चक्कर काट रहे हैं।