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  • हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास: कोर्ट ने सुनाया कठोर फैसला

    हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास: कोर्ट ने सुनाया कठोर फैसला

    बोलता सच देवरिया। अपर सत्र न्यायाधीश मृदांशु कुमार की अदालत ने छह वर्ष पूर्व कोतवाली क्षेत्र के सरौरा पांडेय में एक महिला को अकेला पाकर उसके घर में घुसकर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा कर हत्या करने के मामले में शुक्रवार को सजा सुनाया। न्यायालय ने आरोपित को आजीवन कारावास तथा 40 हजार रुपये अर्थदंड से दंडित करने का फैसला सुनाया। तरकुलवा थाना क्षेत्र के गुद्दीजोर निवासी मोहम्मद नासिर ने अपनी पुत्री शबाना खातून का निकाह वर्ष 2007 में कोतवाली थाना क्षेत्र के सरौरा पांडेय निवासी आदम अंसारी के साथ किया था। आदम अंसारी विदेश में रहता था। इसलिए उसकी पत्नी अकेले घर पर रहती थी। उसके रिश्ते का भाई गौसुल अंसारी उर्फ मेल्हू 21 अक्टूबर 2019 को शाम 6 बजे शबाना के घर में घुसकर उसके ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। गांव वालों की मदद से शबाना को सदर अस्पताल लाया गया, जहां स्थिति गंभीर होने के कारण डॉक्टर ने उसे बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर भेज दिया गया। इलाज के दौरान ही शबाना की मृत्यु हो गई। मोहम्मद नासिर की सूचना पर थाना कोतवाली में केस दर्ज हुआ।

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  • नाबालिग से दुष्कर्म के दोषी को 10 साल की सजा: देवरिया कोर्ट का फैसला, 13 साल पुराने मामले में जुर्माना भी लगाया

    नाबालिग से दुष्कर्म के दोषी को 10 साल की सजा: देवरिया कोर्ट का फैसला, 13 साल पुराने मामले में जुर्माना भी लगाया

    बोलता सच : देवरिया में 13 साल पहले नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में कोर्ट ने फैसला सुनाया है। अपर जिला जज जगरनाथ की अदालत ने आरोपी नागेंद्र उर्फ गुड्डू जायसवाल को 10 साल कैद और 10 हजार रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई है।
    घटना 4 फरवरी 2012 की है। तरकुलवा थाना क्षेत्र की 16 वर्षीय नाबालिग लड़की स्कूल गई थी। स्कूल में शौचालय नहीं होने के कारण वह पास के गन्ने के खेत में गई। वहां पहले से मौजूद गांव के ही नागेंद्र जायसवाल ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
    पीड़िता के भाई ने थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। इसके बाद पीड़ित पक्ष ने पुलिस महानिदेशक से गुहार लगाई। डीजीपी के निर्देश पर एक महीने बाद तरकुलवा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया।
    कोर्ट में वादी, प्रतिवादी, गवाह और चिकित्सक के बयान दर्ज किए गए। दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं की दलीलें सुनने के बाद जज ने आरोपी को दोषी करार दिया। सहायक शासकीय अधिवक्ता राजेश शुक्ल ने बताया कि आरोपी को धारा 376 के तहत सजा सुनाई गई है।

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  • देवरिया में ग्राम चौपाल का आयोजन: 53 में से 35 शिकायतों का मौके पर निस्तारण, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने दलित बस्ती का किया निरीक्षण

    देवरिया में ग्राम चौपाल का आयोजन: 53 में से 35 शिकायतों का मौके पर निस्तारण, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने दलित बस्ती का किया निरीक्षण

    बोलता सच : देवरिया के सदर विकास खंड के ग्राम बरईठा में आयोजित चौपाल कार्यक्रम में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट श्रुति शर्मा ने जन समस्याओं को सुना। उन्होंने कहा कि समस्याओं को शांति से सुनकर ही उनका समाधान किया जा सकता है। कार्यक्रम में कुल 53 शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें से 35 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। शेष शिकायतों के लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने शीघ्र समाधान के निर्देश दिए। श्रुति शर्मा ने दलित बस्ती का दौरा कर वहां की समस्याएं सुनीं। उन्होंने नाली जैसी बुनियादी समस्याओं का तत्काल समाधान किया।

    इन लोगों की रही मौजूदगी

    कार्यक्रम में प्रभारी खंड विकास अधिकारी गंगेश शुक्ल, बाल विकास परियोजना अधिकारी दयाराम और कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे। इनमें सहायक विकास अधिकारी मनीष त्रिपाठी, सत्य प्रकाश जायसवाल और राम प्रकाश त्रिपाठी शामिल थे। ग्राम सचिव विरेंद्र सिंह के अलावा कई स्थानीय प्रतिनिधि और ग्रामीण भी उपस्थित रहे।

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  • HDFC ERGO जनरल इंश्योरेंस के सर्वेयर व अधिकारियों के गैरजिम्मेदाराना रवैया से पॉलिसी होल्डर परेशान

    HDFC ERGO जनरल इंश्योरेंस के सर्वेयर व अधिकारियों के गैरजिम्मेदाराना रवैया से पॉलिसी होल्डर परेशान

    बोलता सच ( देवरिया ) HDFC ERGO जनरल इंश्योरेंस के सर्वेयर व अधिकारियों के गैरजिम्मेदाराना रवैया से पॉलिसी होल्डर परेशान, दोगुने दाम में कार पैकेज पालिसी खरीदने के बावजूद वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने पर क्लेम डिक्लाइन कर सर्वेयर व अधिकारियों की मिलीभगत से पॉलिसी होल्डर का हो रहा है आर्थिक व मानसिक शोषण ।

    देश की प्रमुख बीमा कंपनियों में गिनी जाने वाली HDFC ERGO जनरल इंश्योरेंस अपने ग्राहकों के प्रति किस तरह का व्यवहार कर रही है, इसका हालिया उदाहरण सामने आया है। एक पुराने बीमा धारक ने कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि उनके वैध क्लेम को न केवल अनावश्यक रूप से रोका गया बल्कि उनके साथ अभद्रता और मानसिक उत्पीड़न भी किया गया। ग्राहक के अनुसार, उन्होंने अपनी मारुती कार के लिए HDFC ERGO से जीरो डेप्रीसिएशन पॉलिसी ली थी, जो Maruti Insurance Broker के माध्यम से जारी की गई थी। मई 2025 में सड़क पर एक गाय को बचाने के चक्कर में उनकी गाड़ी के बाएँ हिस्से में हल्की खरोंचें आईं। मरम्मत के लिए अधिकृत सर्विस सेंटर में वाहन भेजा गया और क्लेम प्रक्रिया शुरू हुई। HDFC ERGO के सर्वेयर ने 25 मई 2025 को फोन कर घटना की जानकारी ली। आश्चर्यजनक रूप से अगले दिन फिर वही सवाल पूछे गए। 29 मई को पुनः फोन आया, जिसमें उनका व्यवहार न केवल असभ्य और अव्यावसायिक था, बल्कि उन्होंने ग्राहक पर अप्रत्यक्ष रूप से रिश्वत माँगने का संकेत भी दिया।

    सबसे गंभीर बात यह है कि जब ग्राहक ने इस दुर्व्यवहार के खिलाफ 11 जून 2025 को शिकायत दर्ज कराई (रिफ. नं. 102972469), तो अगले दिन यानी 12 जून 2025 को दोपहर 2:48 बजे उन्हें HDFC ERGO के एक मोबाइल नंबर से कॉल आया। इस कॉल में प्रतिनिधि द्वारा सर्वेयर का ही पक्ष लेते हुए स्पष्ट रूप से धमकाने वाले शब्दों में कहा गया कि यदि पहले से पता होता कि आप सर्वेयर की शिकायत उच्चधिकारियो को करेंगे तो आपका क्लेम कभी पास नहीं किया जाता  — चाहे वह पूरी तरह से वैध ही क्यों न था । जिससे स्पस्ट होता है नीचे से ऊपर तक सबकी मिली भगत से ही धनउगाही का अवैध धंधा चल रहा है जिससे एक तरफ तो ये लोग कंपनी को करोड़ो के चूना लगा रहे है साथ ही वास्तविक व सही क्लेम को भी अकारण अस्वीकृत कर पालिसी होल्डर को परेशान करने के साथ ही उनका आर्थिक शोषण भी कर रहे है यदि कोई जागरूक पालिसी होल्डर इनकी शिकायत उच्च अधिकारियो से कर देता है तो कॉल कर के इनके स्वपोषित गुंडे शिकायतकर्ता को धमकाते भी है

    क्या इस देश में बीमा पॉलिसी का दावा इस आधार पर नकारा जाएगा कि ग्राहक ने अपने अधिकारों का उपयोग कर शिकायत दर्ज कर दी ? क्या यह HDFC ERGO की नीति का हिस्सा है ?

    इस पूरे घटनाक्रम से उठते हैं कई गंभीर सवाल:

    1. क्या HDFC ERGO में ग्राहक सेवा के मानक इतने गिर गए हैं कि वैध क्लेम को भी व्यक्तिगत मनमानी के आधार पर रोका या अस्वीकार किया जा सकता है ?

    2. क्या बीमा सर्वेयर ग्राहकों को मानसिक दबाव देकर अवैध लाभ लेने का प्रयास कर रहे हैं?

    3. कंपनी के सीनियर अधिकारियों को सूचित करने पर भी यदि यही रवैया जारी रहता है, तो ग्राहकों का भरोसा कैसे बना रहेगा?

    उपभोक्ताओं के लिए चेतावनी

    यह घटना सभी बीमा उपभोक्ताओं के लिए एक गंभीर चेतावनी है। प्रीमियम भरने के बाद भी यदि ग्राहक को अपमान, धमकी और मनमानी का सामना करना पड़े तो HDFC ERGO जैसी कंपनियों की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगना स्वाभाविक है।

    निष्कर्ष

    बीमा नियामक IRDAI और उपभोक्ता फोरम को इस प्रकरण का संज्ञान लेना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी ग्राहक इस प्रकार की धोखाधड़ी और दुर्व्यवहार का शिकार न हो। साथ ही, HDFC ERGO को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए और दोषी कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।


  • पिता को मिल रही जान से मारने की धमकीः  छात्र नेता विशाल सिंह की हत्या का मामला, पुलिस में शिकायत

    पिता को मिल रही जान से मारने की धमकीः छात्र नेता विशाल सिंह की हत्या का मामला, पुलिस में शिकायत

    बोलता सच : देवरिया के एकौना थाना क्षेत्र मे छात्र नेता विशाल सिंह की हत्या के मामले मे नया मोड़ आया है। मृतक के पिता विनीत सिंह को व्हाट्सएप कॉल के जरिए जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।

    विशाल सिंह की हत्या 16 नवंबर 2024 की रात को हुई थी। उन्हें घर से बुलाकर चाकु से गोदकर मार दिया गया था। पुलिस ने इस मामले मे चार लोगों पर केस दर्ज किया था। तीन आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। एक आरोपी अभी भी फरार है।

    विनीत सिंह ने धमकी भरे कॉल का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से भी की है। बेटे की हत्या के बाद से उन्हें सुरक्षा दी गई थी। वह फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधिकारियों के पास लगातार जा रहे हैं।

    क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर हरिराम यादव ने मामले का संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि फरार आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों की भी जांच होगी।

  • बैंक कर्मचारी से लूटपाट, पुलिस ने अज्ञात लुटेरों पर दर्ज किया मुकदमा

    बैंक कर्मचारी से लूटपाट, पुलिस ने अज्ञात लुटेरों पर दर्ज किया मुकदमा

    बोलता सच : पैकौली। सुरौली थाना क्षेत्र के सिसवा और पैकौली गांव के बीच में थाने के तिराहे मोड़ के पास हुई बैंककर्मी से लूट मामले में पुलिस ने मंगलवार को अज्ञात दो बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज किया है। ग्रामीण क्षेत्र से वसूली कर लौटते समय बाइक सवार बदमाशों ने पीछा कर एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के सहायक ऋण प्रबंधक से 83 हजार रुपये नकदी समेत अन्य सामान लूट लिया था। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
    भुजौली कॉलोनी देवरिया के एक प्राइवेट फाइनेंशियल बैंक के सहायक ऋण प्रबंधक आशुतोष पाठक ग्राम गाजर जगदीश थाना बांसगांव गोरखपुर के रहने वाले हैं। इनके बैंक के माध्यम से ग्रामीण तथा शहरी महिलाओं का समूह संचालित होता है, जिससे ऋण वितरण किया जाता है। इसकी वसूली सप्ताह में एक बार की जाती है। ऋण वसूली के लिए ही वह सोमवार की सुबह सुरौली थाना क्षेत्र के कई गांवों में गए थे। वह शाम को नकडीहा गांव से वसूली कर वापस देवरिया जाने के लिए अपनी बाइक से लौट रहे थे। वह अभी सिसवा और पैकौली गांव के बीच थाने की तरफ जाने वाले तिराहा मोड़ पर पहुंचे थे, इसी बीच उनके मोबाइल पर किसी का फोन आया और रुक कर बात करने लगे। इसी बीच पीछे से आ रहे दो बाइक सवार बदमाश पीठ पर टंगा बैग छीनकर पैकौली-सुरौली की तरफ भाग निकले। उन्होंने शोर मचाते हुए पीछा किया, लेकिन तब तक बदमाश भागने में सफल हो गए। आरोप है कि बैग में 83 हजार रुपये नकद, बायोमेट्रिक मशीन, टैब और अन्य आवश्यक कागजात थे। पुलिस ने जांच कर अज्ञात दो बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज किया है। थानेदार ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

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    देवरिया को मिलेगा नया आयुर्वेदिक अस्पताल, भूमि चयन की प्रक्रिया पूरी

    बोलता सच देवरिया : बरहज/कपरवार। स्थानीय गांव में राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल दूसरे के भवन में संचालित होता है। इसके भवन निर्माण के लिए शासन ने मंजूरी दे दी है।  राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय के भवन निर्माण के लिए राजस्व विभाग ने जमीन का चिह्नांकन किया, जहां जेसीबी आदि के जरिए मलबा हटाए जाने के दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों को विरोध का भी सामना करना पड़ा।
    कपरवार में भवन न होने के कारण काफी दिनों से पानी की टंकी के भवन में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय संचालित किया जा रहा है। भवन के लिए विभाग ने शासन को पत्र लिखा था।
    शासन से मंजूरी मिलने और डीएम दिव्या मित्तल के निर्देश पर एसडीएम विपिन कुमार द्विवेदी के नेतृत्व में टीम ने जमीन का चिह्नांकन किया।  रामजानकी मार्ग से सटे एक एकेडमी के करीब सरकारी जमीन का टीम ने एक हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाले भूमि में भवन निर्माण किया जाएगा। इसमें हर्बल गार्डेन भी बनाया जाएगा। हालांकि, चिह्नांकन के समय कर्मचारियों को कुछ विरोध का भी सामना करना पड़ा। मौके पर तहसीलदार अरुण कुमार, लेखपाल शमीम अंसारी आदि मौजूद रहे।

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    बरियारपुर में सड़क हादसा: ई-रिक्शा की टक्कर से वृद्धा की मौत, चालक हिरासत में

    बोलता सच देवरिया : बरियारपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। घटैला चेती गांव के पास एक ई-रिक्शा ने सड़क पार कर रही 66 वर्षीय महिला को टक्कर मार दी। हादसे में घायल महिला की अस्पताल में मौत हो गई।
    मृतक की पहचान राम देई देवी के रूप में हुई है। वह घटैला चैती की रहने वाली थीं। स्थानीय लोगों के अनुसार, महिला सड़क पार कर रही थीं। इसी दौरान महुवानी से सोनू घाट की तरफ जा रहा ई-रिक्शा उनसे टकरा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वह सड़क पर गिर पड़ीं। आसपास के लोगों ने तुरंत घायल महिला को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ई-रिक्शा को जब्त कर लिया है।
    बरियारपुर थाना प्रभारी टी के मौर्या ने बताया कि ई-रिक्शा चालक सोनू कुमार को हिरासत में ले लिया गया है। सोनू खजूरी करोता का रहने वाला है। मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

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    देवरिया: शादी समारोह में फायरिंग के बाद हंगामा, पुलिस ने की ताबड़तोड़ गिरफ्तारी

    बोलता सच: देवरिया के थाना श्रीरामपुर क्षेत्र में एक बारात में मंगलवार को हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है। कड़सरवा बुजुर्ग गांव में महेंद्र कुशवाहा के यहां आई बारात में आर्केस्ट्रा कार्यक्रम के दौरान गाना बजाने को लेकर विवाद हुआ था। विवाद के बाद बारातियों और गांव के कुछ लोगों के बीच गाली-गलौज और मारपीट हुई। इस दौरान फायरिंग भी की गई। मामले में उप-निरीक्षक वीरेंद्र कन्नौजिया की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
    पुलिस ने 9 जून को अलग-अलग स्थानों से 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया। कड़सरवा बुजुर्ग गांव के तिराहे से मोहम्मद एजाज अंसारी और इरफान अंसारी को पकड़ा गया। कटहरिया गांव के बगीचे से राजू कुमार, रवि कुमार, रितेश कुशवाहा और संतोष कुशवाहा को गिरफ्तार किया गया। बंकुल पुल के पास के बगीचे से राज कुशवाहा को पकड़ा गया। उसके पास से एक अवैध तमंचा 315 बोर और एक खोखा कारतूस बरामद हुआ। इस बरामदगी के बाद मामले में आर्म्स एक्ट की धाराएं भी जोड़ी गईं। पुलिस सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है।

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    मोहर्रम, रक्षाबंधन और परीक्षा के मद्देनजर देवरिया में धारा-163 दो माह के लिए प्रभावी

    बोलता सच : देवरिया में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपर जिला मजिस्ट्रेट जैनेन्द्र सिंह ने निषेधाज्ञा लागू की है। यह आदेश भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता-2023 की धारा-163 के तहत जारी किया गया है। निषेधाज्ञा 10 जून से 9 अगस्त 2025 तक प्रभावी रहेगी। आगामी 6 जुलाई को मोहर्रम और 9 अगस्त को रक्षाबंधन के साथ कई प्रतियोगी परीक्षाओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इससे पहले 9 अप्रैल से 9 जून तक भी निषेधाज्ञा लागू थी।
    प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग मानक डेसिबल सीमा में ही करना होगा। धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाने या धार्मिक भावनाएं आहत करने वाली गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी। सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले बयान, ऑडियो-वीडियो, पोस्टर और सोशल मीडिया पोस्ट पर रोक रहेगी। बिना अनुमति के अस्त्र-शस्त्र या विस्फोटक सामग्री रखना प्रतिबंधित है। सिख समुदाय को कृपाण और वृद्धों, दिव्यांगों व बीमार व्यक्तियों को लाठी रखने की छूट दी गई है।
    अफवाह फैलाने पर प्रतिबंध घर की छत पर ईंट-पत्थर एकत्र करने और अफवाह फैलाने पर प्रतिबंध रहेगा। सोशल मीडिया पर धार्मिक उन्माद फैलाने वाले संदेशों का प्रसारण भी नहीं किया जा सकेगा। परीक्षा स्थलों पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को छोड़कर किसी को भी शस्त्र लेकर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
    परीक्षा के लिए भी निर्देश इसके साथ ही जनपद में बिना अनुमति पंचायत या महापंचायत का आयोजन नहीं किया जा सकेगा। परीक्षा केंद्रों के आसपास सौ मीटर की परिधि में पांच से अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर रोक रहेगी। परीक्षा के दौरान केंद्रों के पास लाउडस्पीकर, मोबाइल, ब्लूटूथ और आईटी उपकरणों का प्रयोग प्रतिबंधित किया गया है। किसी भी परीक्षार्थी अथवा प्रश्न पत्र को परीक्षा केंद्र से बाहर नहीं ले जाने दिया जाएगा। साथ ही एक किलोमीटर की परिधि में फोटो कॉपियर और स्कैनर का संचालन भी परीक्षा अवधि में पूरी तरह वर्जित रहेगा।

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